अब आधार कार्ड में काफी अपडेट में काफी बदलाव हुआ है अब कोई व्यक्ति बार बार ADHAR CARD को अपडेट नहीं कर सकेगा UIDAI (UNIQUE IDENTIFICATION AUTHORITY OF INDIA) उसकी एक लिमिट रहेगी । कोई भी कितनी बार अपने फिंगर प्रिंट का यूज़ केर सकता है। आधर कार्ड का गलत यूज़ न हो इसी लिये यह फैसला इसीलिए लिया गया है यह फैसला UIDAI (UNIQUE IDENTIFICATION AUTHORITY OF INDIA) के द्वारा लिया गया है। जिसके सीईओ भुनेश कुमार है।
UIDAI (UNIQUE IDENTIFICATION AUTHORITY OF INDIA) :
UIDAI का फुल फॉर्म UNIQUE IDENTIFICATION AUTHORITY OF INDIA है। भारत सरकार की एक संस्था है यह हर नागरिक को आधारकार्ड जारी करता है जो की 12 डिजिट का होता है
benifit of UIDAI limit ( क्या क्या फायदे है )
UIDAI (UNIQUE IDENTIFICATION AUTHORITY OF INDIA) के सीईओ भुवनेश कुमार ने यह फैसला लिया है। बार बार date of birth को बदलने की वजह से यह फैसला लिया गया है। ओर्जिनल और डबलीकेट आधार कार्ड को अलग करने के लिये यह फैसला लिया गया है। UIDAI (UNIQUE IDENTIFICATION AUTHORITY OF INDIA) फैसला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। क्योंकि लोग इसका गलत उसे करते थे uidai के ceo ने यह फैसला लिया है। अब तो uidai का ऐप भी आ गया है जिसका उसे करके आप वर्फिकेशन में उसे यूज कर सकते है। जब की पहले ऐसा नहीं था। वेरिफिकेशन के लिया आप को physical आधार कार्ड देना होता था।
अब जन्म तिथियां को बदलने के लिया देना होगा यह सर्टिफिकेट: uidai ke CEO bhuvnesh Kumar ne yha फैसला गलत फोटो और biomatric के इस्तेमाल को रोकने के लिया लिया गया है अब किसी को भी अगर date of birth बदलना होगा। तो सबसे पहले आधार birth certificate me date of birth को बदलने होगी। दूसरा कोई भी वर्थ सर्टिफिकेट नहीं मान्य होगा
BENIFIT ऑफ़ digital कार्ड (डिजिटल adhar कार्ड के क्या क्या BENIFIT है) अब uidai अन्य सरकारी स्थानों से डेटा वेरिफाई करेगा। उसके लिऐ Ai artificial intelligence और ML machine learning ka यूज करेगे आधार कार्ड प्रॉसेस पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया जाएगा। और इसके साथ लोगों को यह dacument यूज करना होगा जो राज्य से वेरिफाई हो सकेगा।